प्रश्न-विमान निर्माता कंपनी ने हाल ही में एक नई अवधारणा प्रस्तुत करते हुए बताया कि शून्य उत्सर्जन करने वाले हाइड्रोजन चालित विमानों का परिचालन संभावित रूप से प्रारंभ हो सकता है-
(a) 2022
(b) 2024
(c) 2035
(d) 2029
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 21 सितंबर, 2020 को विमान निर्माता कंपनी एयरबस ने विश्व के पहले शून्य उत्सर्जन एवं हाइड्रोजन चालित विमानों के संबंध में अवधारणा प्रस्तुत की।
- एयर बस कंपनी का मानना है कि इस प्रकार के विमान संभवतः वर्ष 2035 तक परिचालन में आ सकते हैं।
- इस संबंध में एयर बस ने ऐसे विमानों की तीन अवधारणाएं प्रस्तुत की हैं।
- ये तीनों अवधारणाएं हाइड्रोजन को विमान के प्राथमिक ईंधन के तौर पर लेती हैं क्योंकि हाइड्रोजन स्वच्छ ईंधन के तौर पर वायु यातायात के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
- एयरबस के सी.ई.ओ ने इस अवसर पर कहा कि विमानों की यह अवधारणा (Concept) वाणिज्यिक विमानन क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि की दिशा में एक कदम है।
- को नाम ZERO-e वाली तीनों अवधारणों के तहत बनाए जाने वाले दुनिया के पहले शून्य उत्सर्जन (Zero Emission) वाणिज्यिक वायुयान इस प्रकार के होंगे-
(i) टर्बोफैन संरचना (क्षमता 120-200 यात्री): इस प्रकार के विमान का रेंज 2000+ नॉटिकल मील, जो कि एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक की यात्राएं करेगा।
(ii) टर्बोप्रॉप संरचना (क्षमता 100 यात्रियों तक की) यह टर्बोफैन इंजन की जगह टर्बोप्रॉप इंजन वाला होगा।
(iii) ब्लैंडेड विंग बांडी संरचना (200 यात्रियों तक) इसमें जहाज के पंख (डैने) मुख्य बॉडी से ही मिले हुए होंगे तथा अन्य बातें टर्बोफैन के समान ही होंगी।